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Sat. Apr 26th, 2025

पढ़ाई के साथ- साथ शारीरिक विकास भी जरूरी

पढ़ाई के साथ- साथ शारीरिक विकास भी जरूरी

खेल-कूद शिक्षा का ही एक अनिवार्य अंग है । अच्छी शिक्षा का उद्देश्य ही विद्यार्थियों का शारीरिक, मानसिक और नैतिक विकास करना भी होता है । स्वस्थ शरीर में ही उत्तम मस्तिष्क रह सकता है । यदि कोई बच्चा शारीरिक रूप से दुर्बल हो तो उसका मस्तिष्क तेज नहीं हो सकता है ।


खेलकूद से विद्यार्थियों में अनुशासन व समान लक्ष्य के लिए मिलकर काम करना, खेल की भावना, साहस, सहनशीलता जैसे आवश्यक गुणों का विकास होता है । साथ ही शरीर की अच्छी कसरत भी होती है
उपर्युक्त गुणों से सम्पन्न, काया के बच्चे ही आगे चलकर देश के योग्य नागरिक बन सकते हैं ।


शनिवार को बीकानेर के एक निजी विद्यालय के बच्चे विद्यालय के पास बने ग्राउंड में उत्साह से खेलते हुए नजर आए उन्हें इस तरह उछल कूद करते व खेलते हुए देखकर ऐसा लगा कि उमंग भरा खेलकूद वाला पीरियड बच्चों के लिए स्कूल में बिताया गया सबसे अच्छा पल है ।

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