कई वर्ष पहले की बात है जब पूनरासर जी मंदिर के पुजारी रतनलाल जी बोथरा ,जापान में किसी परिवार के यहां जोत करने गए थे ,उस वक्त एयरपोर्ट से निकलते वक्त जापान की कस्टम प्रशासन और एयरपोर्ट प्रशासन द्वारा उन्हें रोका गया था क्योंकि उनके पास बाबा की मूर्ति जो की चांदी से बनी है और अन्य पूजन सामान था तब उन्होंने अपनी सरल और प्रिय भाषा में उनको पूनरासर बालाजी की यानी हनुमान जी की मेहता बताइ और फिर एयरपोर्ट अथॉरिटी ने उन्हें सम्मान पूर्वक पहुंचाया ,इतना ही नहीं जिस बिल्डिंग में जिनके घर जोत पूजा होनी थी, उनके घर पुजारी जी को जोत बड़ी जलाने से मना किया गया क्योंकि जोत 27 वीं मंजिल पर होनी थी फायर अलार्म बज सकता था परंतु बाबा की कृपा ऐसी रही की जोत करने के बाद भी फायर अलार्म नहीं बजा ,इसे बाबा का चमत्कार ही कहेंगे जहां एक मात्र सिगरेट से फायर के अलार्म बज जाते हैं वहां इतनी बड़ी जोत होने के बाद भी अलार्म नहीं बजा | हमारे संभाग हेड योगेश कुमार ने पुजारी रतन लाल जी बोथरा जी से खास बातचीत की।