मधुमेह उपचार के साथ जागरूकता भी जरुरी
बीकानेर
वर्ल्ड डायबिटीज डे के मोके पर दी डायबिस्टिज़ फाउंडेशन की राजस्थान चेप्टर हेड प्रांजल चतुर्वेदी से खास बातचीत
इस अवसर पर प्रांजल जी ने बताया कि टाइप 1 मधुमेह एक दीर्घकालिक रोग है,

जो मधुमेह रोगी के अग्न्याशय को इंसुलिन बनाने से रोकता है। उन्होंने बताया कि टाइप वन डायबिटीज़ का निदान किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन यह बच्चों और युवा वयस्कों में ज़्यादा आम है। उन्होंने कहा की मधुमेह से ग्रसित बच्चो के लिए जागरूकता एवं जरूरतमंद बच्चो के लिए चिकित्सा कार्यक्रम समय समय पर आयोजित किए जाते है। और साथ ही अवैअरनेस प्रोग्राम करवाकर मधुमेह ग्रसित बच्चो के पेरेंट्स के साथ भी पूर्णतया जानकारी साझा की जाती है इन प्रोग्राम्स में बच्चो के लिए गेम्स एक्टिविटीज के साथ साथ जरुरी उपकरण भी वितरित किए जाते है । हमारे संवाददाता राहुल मारवाह से खास बातचीत पर उन्होंने बताया की वह खुद भी कई वर्षो से टाइप वन डायबिटीज से ग्रसित है और वे इसे भली भांति समझती है उन्होंने कहा की लोगो में मधुमेह के प्रति बहुत गलत धारणाएं है और समाज में जागरूकता लाना बहुत जरुरी है जिसके लिए वह हमेशा कार्यरत रहेगी।