बीकानेर, 8 अक्टूबर।
निजी अस्पतालों में चिकित्सकों के साथ बढ़ती हिंसा, चिकित्सकीय कार्यों में अनावश्यक दखल और बिना चिकित्सकीय समझ के की जा रही बदनामी की घटनाओं के विरोध में चिकित्सक समुदाय ने सद्भावना रैली निकालने का निर्णय लिया है। यह रैली गुरुवार, 9 अक्टूबर 2025 को शाम 4 बजे मेडिकल कॉलेज से कलक्ट्रेट तक निकाली जाएगी।रैली में चिकित्सकों के विभिन्न संगठनों के साथ-साथ सामाजिक, व्यापारिक, औद्योगिक, श्रमिक, फार्मासिस्ट व स्वयंसेवी संस्थाओं को भी शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।उपचार संगठन के अध्यक्ष डॉ. गौरव गोम्बर व सचिव डॉ. रोचक तातेड़ ने बताया कि बुधवार को चिकित्सा संगठनों की बैठक में यह सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। बैठक में UPCHAR, MPS, IMA, ARISDA, RMCTA, RDA के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।बैठक में यह मत व्यक्त किया गया कि व्यक्तिगत स्वार्थपूर्ति के लिए चिकित्सकों की छवि धूमिल करने की प्रवृत्ति न केवल चिकित्सकों का मनोबल गिराती है, बल्कि चिकित्सा सेवा के वातावरण को भी प्रभावित करती है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हिंसात्मक प्रवृत्तियाँ और अशोभनीय व्यवहार चिकित्सा क्षेत्र में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा करते हैं, जिससे कोई भी चिकित्सक शांति और सेवा भावना के साथ कार्य नहीं कर पाता।चिकित्सकों ने इस बात पर जोर दिया कि सभी अस्पतालों में भयमुक्त, शांति पूर्ण और सहज इलाज व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक है कि शासन-प्रशासन व आमजन ऐसे हिंसात्मक कृत्यों पर अंकुश लगाने में सहयोग दें।आईएमए बीकानेर के सचिव डॉ. हरमीत सिंह, बीकानेर प्रैक्टिशनर्स सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. ए.पी. वहल, सचिव डॉ. अरुण तुनगरिया, उपचार के अध्यक्ष डॉ. गौरव गोम्बर व सचिव डॉ. रोचक तातेड़ ने आयुष्मान हार्ट केयर अस्पताल के चिकित्सक हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. बी.एल. स्वामी के खिलाफ बुधवार को कलक्ट्रेट के सामने की गई हिंसात्मक घटना और राजकीय कार्य में बाधा डालने की निंदा की है।उन्होंने कहा कि मेडिकल बोर्ड ने रोगी की मृत्यु के कारणों का पूर्ण खुलासा कर दिया था, ऐसे में इसके बाद भी धरना, प्रदर्शन और हिंसात्मक गतिविधियाँ करना गैर-जिम्मेदाराना, गैर-कानूनी और अमानवीय कृत्य है, जो चिकित्सा सेवा के प्रति नकारात्मक संदेश देता है।