राजस्थान मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्ज़ यूनियन की दो दिवसीय जनरल काउंसिल मीटिंग 14 सितंबर को जयपुर की खादी कॉलोनी स्थित सहयोग सहयोग भवन में सफलता पूर्वक संपन्न हुई । उक्त जानकारी देते हुए राज्य सचिव व बीकानेर जिला सचिव सवाई दान चारण ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि जीसीएम की शुरुआत यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राकेश गालव द्वारा झंडारोहन कर की गई । शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई । सबसे पहले शोक प्रस्ताव पेश किया गया । सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए आरएमएसआरयू के प्रदेश अध्यक्ष राकेश गालव ने विस्तार पूर्वक संगठन के बारे में अपनी बात रखी । दवा प्रतिनिधियों के ऊपर आने वाले संकट व चुनोतियों के बारे मे बताते हुए गालव ने कहा सरकार द्वारा लागू किये जाने वाले चार लेबर कोडस की विसंगतियों को बताते हुए कहा कि इनके लागू होने से श्रमिकों के आज़ादी के बाद प्राप्त अधिकार छिन जायेंगे और वापस पूंजीवादी व्यवस्था का बोलबाला हो जायेगा । गालव ने संगठन को और अधिक संघर्षर्शील , ऊर्जावान व गतिशील बनाने का आहवाँन किया। सम्मेलन के मुख्य वक्ता एफएमआरएआई के राष्ट्रीय सहायक महामंत्री जितेंद्र सिंह नरुका ने संबोधित करते हुए केंद्र सरकार से दवा उद्योग मे गठित त्रीपक्षीय कमेटी की मीटिंग शीघ्र बुलाकर दवा व सेल्स प्रतिनिधियों के लिये वैधानिक सेवा शर्तें तय कर लागू करने की माँग रखी । उन्होंने बताया कि एफएमआरएआई द्वारा काफी समय से दवा व सर्जिकल एवं मेडिकल उपकरणों पर जीएसटी को खत्म करने के लिए आंदोलन कर रखा था और यह उनके आंदोलन का प्रभाव है कि सरकार को काफी दवाओं और मेडिकल उपकरणों पर से जीएसटी को खत्म या कम करना पड़ा है । देश में जीडीपी बढ़ रही है यह अच्छी बात है लेकिन उसका फायदा आम जनता और मजदूर वर्ग को नहीं मिल रहा है उनके वेतन में कोई इजाफा नहीं हो रहा है । सम्मेलन के मुख्य अतिथि एफएमआरआई के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिव अवस्थी ने अपनी बात रखते हुए वर्तमान हालत और भारत सरकार और दवा कंपनियों की कर्मचारी विरोधी नीतियों की खुलकर आलोचना की। उन्होंने बताया कि 12 दवा कंपनीयों को टैग करके कर्मचारी विरोधी रवैए के खिलाफ 17 नवंबर को मुंबई में और 18 नवंबर को दिल्ली में धरना दिया जाएगा जिसमें राजस्थान से 1000 दवा प्रतिनिधि भाग लेंगे। उन्होंने संगठन को मजबूत करने और भावी संघर्षों में भाग लेने का आह्वान किया। जीसीएम को भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र के प्रदेश अध्यक्ष भँवर सिंह शेखावत व वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष कामरेड रवींद्र शुक्ला ने संबोधित करते हुए आरएमएसआरयू को और मजबूत और धारदार बनाने का आह्वान किया। दवा कंपनियों के हमले तेज हो रहे हैं दवा क्षेत्र में यूनियन को दवा एवं सेल्स प्रतिनिधियों के आंदोलन को और तेज कर उनके अधिकारों को बचाने के लिए संघर्ष करना आवश्यक है ।यूनियन के प्रदेश महामंत्री जितेंद्र कुंभज ने अपना वार्षिक प्रतिवेदन रखते हुए गत एक वर्ष मे हुई समस्त गतिविधियों व उपलब्धियों का लेखा जोखा पेश किया । प्रदेश कोषाध्यक्ष संजीव धामीजा ने गत एक वर्ष का आय व्यय का विवरण प्रस्तुत किया । दोनों रिपोर्ट पर राज्य उपाध्यक्ष संजय माथुर की उपस्थिति में 22 इकाइयों से भाग ले रहे डेलिगेट्स ने व्यापक चर्चा और सुझावों के बाद ध्वनिमत से पारित कर दिया । बीकानेर इकाई से धीरज सिंह और सावन कच्छावा ने अपने सुझाव रखे । अंत मे प्रदेश अध्यक्ष राकेश गालव ने सफल आयोजन के लिये सभी का आभार प्रकट कर जीसीएम की समाप्ति की घोषणा की ।
मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्ज़ यूनियन की दो दिवसीय जनरल काउंसिल मीटिंग जयपुर मे सफलतापूर्वक संपन्न हुई।
